Israel Hamas War Impact: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान अब लगभग 1 साल से भी अधिक समय बित गया है। शुरू में, लोग सोच रहे थे कि यह युद्ध ज्यादा समय तक नहीं चलेगा, क्योंकि यूक्रेन नहीं रुकेगा। लेकिन फिर भी, अन्य देशों की मदद से यूक्रेन अब भी युद्ध में बनी हुई है।
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के चलते, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है, और यह दुनियाभर में भी युद्ध की साइड इफेक्ट के रूप में दिख रहा है। इस युद्ध के परिणामस्वरूप, कच्चे तेल की मूल्यों में अच्छा सा वृद्धि दर्ज की गई है। इसराइल-हमास युद्ध के बाद, कच्चे तेल की मूल्य में साढे चार प्रतिशत या उससे भी अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। साथ ही, कच्चे तेल की आपूर्ति में भी कठिनाइयाँ हो सकती हैं।
Israel Hamas War के कारण कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ा प्रभाव
हमास द्वारा इजराइल पर हमले के बाद से कच्चे तेल की कीमतें चार प्रतिशत से भी अधिक बढ़ी हैं। Experts कहते हैं कि इजराइल का भारत के साथ कारोबार 10 बिलियन डॉलर से भी अधिक है। भारत ने इसराइल को वित्त वर्ष 2023 में 8.3 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था और लगभग 2.3 बिलियन डॉलर का आयात किया था। इस दृष्टिकोण से भारत और इजरायल के बीच व्यापार काफी मजबूत है। वर्तमान में Israel Hamas War से इस व्यापार को प्रभावित करने की पूरी संभावना है।
कच्चे तेल के रेट
पश्चिम एशिया के कई क्षेत्रों में चल रहे युद्ध से कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का संकेत मिल रहा है, और आने वाले समय में और देश इस युद्ध में शामिल हो सकते हैं। वर्तमान में, कच्चे तेल की मूल्य में 4.5% की तेजी दर्ज की गई है। हाल की बातचीत में, कच्चे तेल की कीमत 86.17 प्रति बैरल पर पहुंच गई है, जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमतों में भी 3.80% की वृद्धि दर्ज की गई है। अब इसकी कीमत 87.79 प्रति बैरल पर पहुंच गई है।
Israel Hamas War भयानक होती जा रही
इसराइल और हमास के बीच के इस युद्ध में समय बितते ही यह संघर्ष और भी बढ़ रहा है। इस युद्ध में इजरायल में 700 से अधिक लोगों की मौके पर मौत हो चुकी है, और 1900 से अधिक लोगों को चोटें आई हैं। समय के साथ, 450 से अधिक मौतें एक्सप्लोजन के कारण हुई हैं। यदि इस युद्ध में और देश शामिल होते हैं, तो यह और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है – Israel Hamas War के बारे में विशेषज्ञों की चिंता है।