ये है सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा, इस नुस्खे से मिलेगा तुंरत आराम

सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा: बदलते मौसम के साथ वो समस्या जो सबसे ज्यादा परेशानी देती है, वो है सर्दी और खांसी। हम जानते हैं कि इसके उपचार के लिए दवाएँ उपलब्ध हैं, लेकिन कई लोग घरेलू उपचारों को पसंद करते हैं, जैसे कि स्‍टीम और गरारे।

अगर आप कुछ अन्य प्रभावी उपचार आजमाना चाहते हैं, तो आयुर्वेद कहता है कि कुछ आहार सर्दी और खांसी से बचाव में मदद कर सकते हैं और ठीक होने में भी सहायक हो सकते हैं। हमारे पास आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार के कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं।(सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा)

जी हां, आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा विज्ञान है जो प्राकृतिक जड़ी बूटियों, मसालों, और अन्य प्रोडक्‍ट्स का उपयोग करता है और शरीर की विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए जीवनशैली में बदलाव को शामिल करता है।

भारत में इसे वेदों से उत्पन्न होने के लिए जाना जाता है, और आज आयुर्वेद ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोकप्रियता पाई है। यह एक वैकल्पिक दवा तकनीक के रूप में व्यापक रूप से प्रचलित है और लाखों लोग सर्दी और संबंधित मुद्दों के लिए आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा करते हैं। चलिए, हम आपको इस नुस्‍खे के बारे में विस्‍तार से बताते हैं।

सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा

सामग्री:

हल्दी: आधा छोटा चम्मच
सूखा अदरक पाउडर: आधा छोटा चम्मच
काली मिर्च: 1 चम्‍मच (ताज़ी पिसी हुई) या 2 चुटकी काली मिर्च पाउडर
शुद्ध शहद: 1 छोटा चम्‍मच

विधि:

इन सभी चीजों को अच्‍छी तरह से मिलाएं।
भोजन से 1 घंटे पहले या दिन में 2-3 बार लें।

सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा
सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा

कुछ अन्य आयुर्वेदिक उपचार जो सहायक हो सकते हैं:

  • 7-8 तुलसी के पत्ते, अदरक का छोटा टुकड़ा, लहसुन की कुछ कलियां, 1 चम्‍मच अजवाइन, 1 चम्‍मच मेथी के बीज, हल्दी, और 4-5 काली मिर्च को 1 लीटर पानी में आधा होने तक उबाल लें, और सुबह सबसे पहले पिएं।
  • नहाने और पीने के लिए ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
  • डाइजेस्टिव सिस्‍टम को बढ़ावा देने के लिए गर्म पानी पिएं।
  • शहद आपके गले को शांत करने में मदद करता है।
  • अदरक, हल्दी, नींबू की चाय पिएं।
  • उबले हुए पानी में थोड़ा सा अजवाइन, नीलगिरी का तेल या हल्दी डालकर स्‍टीम लें।
  • हल्दी के साथ गर्म दूध पिएं।
  • गले में खराश होने पर मुलेठी के काढ़े या गुनगुने पानी में हल्दी और सेंधा नमक मिलाकर गरारे करें।
  • मुलेठी चबाएं।
  • शहद के साथ सितोपलादि चूर्ण (प्रत्याशक) त्रिकतु चूर्ण तलिसादि चूर्ण (डिकॉन्गेस्टेंट) जैसे आयुर्वेदिक सूत्र लें।
  • इसके साथ ही आपको फैटयुक्त भोजन, तला हुआ, बासी और स्ट्रीट फूड का सेवन भी कम करना चाहिए। कोशिश करें और हल्का घर का बना खाना खाएं।
  • भस्त्रिका, अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम दिन में दो बार सुबह और रात दोनों समय करें।

इस तरह से, आप सर्दी-जुकाम की आयुर्वेदिक दवा से इस समस्या को कम करने के लिए कुछ आसान घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहाँ दिए गए उपायों का उपयोग करने से आपको राहत मिल सकती है। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और हमें अपने अनुभवों को साझा करने के लिए कमेंट करें। आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में हमारी मदद हो सकती है।

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