Seema Haider: सीमा हैदर मामले में सामने आया एक और मोड़,SSB एक्शन लेने को त्यार

Seema Haider: सीमा हैदर मामले में सामने आया एक और मोड़,SSB एक्शन लेने को त्यार

सिद्धार्थनगर के खुनुवा बार्डर से सटे नेपाल के कपिलवस्तु जिले के पकड़िहवा निवासी विक्रम यादव को उपचार के लिए भारत आना था, लेकिन इस बार उन्हें सामान्य प्रवेश नहीं मिला। उनकी विधिवत जांच बोर्डर पर हुई। उन्होंने पहचान पत्र देखा। दवाओं को देखा गया और फिर प्रवेश दिया गया।

SSB (सशस्त्र सीमा बल) खुनुवा बार्डर पर ही नहीं बल्कि कोटिया, अलीगढ़वा, ककरहवा, बढ़नी, सोनौली और सभी सीमा पर सक्रिय है। पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर का मामला बेचैनी बढ़ा रहा है। SSB प्रदेश की भारत-नेपाल सीमा पर विधिवत चेकिंग के बाद लोगों को एक-दूसरे देश में आने-जाने की अनुमति देता है।

एसएसबी के कुछ युवा चेकिंग के दौरान नेपाल के लोगों का हाल-चाल जानने की कोशिश कर रहे हैं और मित्रता के साथ देश की सुरक्षा का महत्व बता रहे हैं।

SSB अभी कुछ नहीं कहता, लेकिन सीमा हैदर में दो जवानों के निलंबित होने के बाद बार्डर आउट पोस्ट (BOP) पर तैनात जवानों में बेचैनी दिखाई देती है। इस मामले में अभी कुछ अन्य युवा भी शामिल हो सकते हैं।

एसएसबी ने इस चूक से सबक लेते हुए निगरानी को तेज कर दिया है। चार जुलाई को सीमा हैदर का मामला सामने आने के बाद से इस मामले की निगरानी बढ़ा दी गई है। चीन की एक महिला सहित एक रूसी नागरिक ने नेपाल सीमा पार करते हुए अब तक गिरफ्तार किया है।

यहां भी अधिक सावधानी

महराजगंज जिले की सीमा सोनौली और ठूठीबारी से पर्यटकों और मालवाहक वाहनों को प्रवेश मिलता है। यहां पर आने-जाने वालों को उनके पहचान पत्र देखने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है। सीसी टीवी फुटेज बारीकी से देखे जाते हैं। 22 वीं बटालियन एसएसबी के उप कमांडेंट राकेश कुमार ने बताया कि घुसपैठ पर पैनी निगाह है। जवानों को सभी चेक पोस्टों पर पूरी तरह से जांच करने का आदेश दिया गया है।

जवानों को खुली सीमा के पगडंडी रास्तों पर गश्त और जांच करने का भी निर्देश दिया गया है। ऐसे ही पीलीभीत में 40  किमी का बार्डर नेपाल से जुड़ा हुआ है। यहां एसएसबी की सभी 15 चेक पोस्ट पर हर भारतीय या नेपाली से कारण पूछा जा रहा है। संतोषजनक उत्तर मिलने के बाद उन्हें बार्डर पार करने की अनुमति दी जाती है।

विदेशी नागरिकों को सिद्धार्थनगर में आने की अनुमति नहीं है

सिद्धार्थनगर जिले में तीन चेकपोस्ट हैं: बढ़नी, खुनुवा और ककरहवा। विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट और वीजा की जांच करने के लिए कोई इमिग्रेशन सेंटर चेकपोस्ट पर नहीं है। ऐसे में नेपाल सीमा से सिद्धार्थनगर सीधे कोई विदेशी नहीं आ सकता। वैध अभिलेख होने पर बाहरी व्यक्ति सोनौली से आ सकते हैं।

महराजगंज जिले में एसएसबी की 22वीं व 66वीं बटालियन के कुल नौ सीमा जांच हेडक्वार्टर हैं। SB की 30 जांच चौकियां बहुआर, झुलनीपुर, ठूठीबारी, भगवानपुर, सोनौली, डंडा हेड, हरदी डाली, चंडी थान और खैराघाट जांच हेड क्वार्टर के अधीन हैं। जो सीमा पार करने वालों की जांच करता है।

Seema Haider की रिपोर्ट 

  • 22 जुलाई: चीन की जहांग क्सिया सिद्धार्थनगर के ककरहवा बार्डर पर भटक गई और भारतीय क्षेत्र में आ गई। एसएसबी ने बाद में उसे पकड़कर नेपाल पुलिस को सौंप दिया।
  • 25 जुलाई: रूस के मॉक्सो शहर के अलेक्डेंर पावेल सिद्धार्थनगर के लीलाडिहवा बार्डर पर भटक गए और भारतीय क्षेत्र में आ गए। एसएसबी ने  पूछताछ के बाद उन्हें नेपाल पुलिस को सौंप दिया।
  • 13 मई 2023 को खुनुवा बार्डर से नोएडा जाने वाली सीमा हैदर (Seema Haider) 4 जुलाई को उजागर हुई थी।

43वीं वाहिनी के कमांडिंग अधिकारी आरके डोगरा ने बताया कि बार्डर सुरक्षा को बार-बार देखा जाता है। इसी समीक्षा का परिणाम है कि यहां सतर्कता हर समय दिखाई देती है। इसमें दोनों देशों के बीच की संबंधों की चर्चा होती है। देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।

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