CET की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थीयों को झटका,परीक्षा हुई रद्द

चंडीगढ़: हाई कोर्ट ने हरियाणा राज्य में CET की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थीयों को झटका दे दिया है।  परीक्षा के आयोजन को लेकर एक बड़ी समस्या पैदा की है। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने भी इस परीक्षा को सही समय पर कराने में बाधा डाली है।

अधिकारियों ने 32,000 पदों के लिए अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाली सीईटी परीक्षा की तैयारी की थी। हालाँकि, उच्च न्यायालय में एक मामले में यह परीक्षण विवादास्पद रहा है।

हाईकोर्ट से तत्काल सुनवाई की अपील

हरियाणा सरकार ने त्वरित सुनवाई की मांग की है ताकि मामले में जल्द से जल्द निर्णय लिया जा सके। अटॉर्नी-जनरल की मांग के कारण, उच्च न्यायालय में दोबारा सुनवाई होगी और मुद्दे को हल करने की कोशिश की जाएगी। इस सुनवाई के बाद ही सीईटी परीक्षा पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि वह 5 और 6 अगस्त को होगी या नहीं।

CET की परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ा 

यहां कुछ अभ्यर्थियों के आपत्तिजनक दावे हैं, जो हाई कोर्ट में परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद का कारण हैं। इन अभ्यर्थियों ने परीक्षा की प्रक्रिया में बदलाव की मांग की है।

इसलिए वे कहते हैं कि परीक्षा पाठ्यक्रम और कुछ अन्य परिस्थितियों में बदलाव गलत हैं और उन्हें बदलना चाहिए। यही कारण है कि हाई कोर्ट ने मामले को फिर से सुनवाई करने का निर्णय लिया है।

निर्णय की उम्मीद कब तक की जा सकती है

हाईकोर्ट में दोबारा सुनवाई के बाद अब अंतिम निर्णय होना चाहिए। ताकि अभ्यर्थियों को इस समस्या का समाधान मिल सके और वे सावधानीपूर्वक अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकें।

हाई कोर्ट की हाल की सुनवाई के बाद, उम्मीदवारों के लिए जारी किए गए निर्देशों और सीईटी परीक्षा की नई तिथि के बारे में जानकारी मिलेगी।

भारत में भी यह समस्या महत्वपूर्ण है। इससे हमें पता चलता है कि परीक्षा की प्रक्रिया में सावधानी बरतने और अभ्यर्थियों के हित में परिवर्तन करने की जरूरत है। ताकि छात्रों को समय रहते सही समाधान मिल सके, शिक्षा विभाग और अधिकारियों को इस मामले में संवेदनशील होना चाहिए।

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